Original

अद्य पर्वतसंकाशं ससूर्यमिव तोयदम् ।विकीर्णं पश्य समरे सुग्रीवं प्लवगेश्वरम् ॥ ३७ ॥

Segmented

अद्य पर्वत-संकाशम् स सूर्यम् इव तोयदम् विकीर्णम् पश्य समरे सुग्रीवम् प्लवग-ईश्वरम्

Analysis

Word Lemma Parse
अद्य अद्य pos=i
पर्वत पर्वत pos=n,comp=y
संकाशम् संकाश pos=n,g=m,c=2,n=s
pos=i
सूर्यम् सूर्य pos=n,g=m,c=2,n=s
इव इव pos=i
तोयदम् तोयद pos=n,g=m,c=2,n=s
विकीर्णम् विकृ pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
पश्य पश् pos=v,p=2,n=s,l=lot
समरे समर pos=n,g=n,c=7,n=s
सुग्रीवम् सुग्रीव pos=n,g=m,c=2,n=s
प्लवग प्लवग pos=n,comp=y
ईश्वरम् ईश्वर pos=n,g=m,c=2,n=s