रामायणम् — 6.51.18
Original
Segmented
तान् भर्ता मित्र-संकाशान् अमित्रान् मन्त्र-निर्णये व्यवहारेण जानीयात् सचिवान् उपसंहितान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
भर्ता | भर्तृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मित्र | मित्र | pos=n,comp=y |
संकाशान् | संकाश | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अमित्रान् | अमित्र | pos=n,g=m,c=2,n=p |
मन्त्र | मन्त्र | pos=n,comp=y |
निर्णये | निर्णय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
व्यवहारेण | व्यवहार | pos=n,g=m,c=3,n=s |
जानीयात् | ज्ञा | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
सचिवान् | सचिव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
उपसंहितान् | उपसंधा | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |