रामायणम् — 6.50.17
Original
Segmented
भ्रातुः अर्थे महा-बाहो कुरु कर्म सु दुष्करम् मया एवम् न उक्त-पूर्वः हि कश्चिद् भ्रातः परंतप त्वे अस्ति मम च स्नेहः परा संभावना च मे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भ्रातुः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अर्थे | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
बाहो | बाहु | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कुरु | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सु | सु | pos=i |
दुष्करम् | दुष्कर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
एवम् | एवम् | pos=i |
न | न | pos=i |
उक्त | वच् | pos=va,comp=y,f=part |
पूर्वः | पूर्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भ्रातः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
परंतप | परंतप | pos=a,g=m,c=8,n=s |
त्वे | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
स्नेहः | स्नेह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
परा | पर | pos=n,g=f,c=1,n=s |
संभावना | सम्भावना | pos=n,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |