Original

आचक्ष्व मे महान्कोऽसौ रक्षो वा यदि वासुरः ।न मयैवंविधं भूतं दृष्टपूर्वं कदाचन ॥ ७ ॥

Segmented

आचक्ष्व मे महान् को ऽसौ रक्षो वा यदि वा असुरः न मया एवंविधम् भूतम् दृष्ट-पूर्वम् कदाचन

Analysis

Word Lemma Parse
आचक्ष्व आचक्ष् pos=v,p=2,n=s,l=lan
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
महान् महत् pos=a,g=m,c=1,n=s
को pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽसौ अदस् pos=n,g=m,c=1,n=s
रक्षो रक्षस् pos=n,g=n,c=1,n=s
वा वा pos=i
यदि यदि pos=i
वा वा pos=i
असुरः असुर pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
मया मद् pos=n,g=,c=3,n=s
एवंविधम् एवंविध pos=a,g=n,c=1,n=s
भूतम् भूत pos=n,g=n,c=1,n=s
दृष्ट दृश् pos=va,comp=y,f=part
पूर्वम् पूर्व pos=n,g=n,c=1,n=s
कदाचन कदाचन pos=i