Original

सतोयाम्बुदसंकाशं काञ्चनाङ्गदभूषणम् ।दृष्ट्वा पुनः प्रदुद्राव वानराणां महाचमूः ॥ ३ ॥

Segmented

स तोय-अम्बुद-संकाशम् काञ्चन-अङ्गद-भूषणम् दृष्ट्वा पुनः प्रदुद्राव वानराणाम् महा-चमूः

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
तोय तोय pos=n,comp=y
अम्बुद अम्बुद pos=n,comp=y
संकाशम् संकाश pos=n,g=m,c=2,n=s
काञ्चन काञ्चन pos=a,comp=y
अङ्गद अङ्गद pos=n,comp=y
भूषणम् भूषण pos=n,g=m,c=2,n=s
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
पुनः पुनर् pos=i
प्रदुद्राव प्रद्रु pos=v,p=3,n=s,l=lit
वानराणाम् वानर pos=n,g=m,c=6,n=p
महा महत् pos=a,comp=y
चमूः चमू pos=n,g=f,c=1,n=s