Original

तं दृष्ट्वा राक्षसश्रेष्ठं पर्वताकारदर्शनम् ।क्रममाणमिवाकाशं पुरा नारायणं प्रभुम् ॥ २ ॥

Segmented

तम् दृष्ट्वा राक्षस-श्रेष्ठम् पर्वत-आकार-दर्शनम् क्रममाणम् इव आकाशम् पुरा नारायणम् प्रभुम्

Analysis

Word Lemma Parse
तम् तद् pos=n,g=m,c=2,n=s
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
राक्षस राक्षस pos=n,comp=y
श्रेष्ठम् श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=2,n=s
पर्वत पर्वत pos=n,comp=y
आकार आकार pos=n,comp=y
दर्शनम् दर्शन pos=n,g=m,c=2,n=s
क्रममाणम् क्रम् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
इव इव pos=i
आकाशम् आकाश pos=n,g=m,c=2,n=s
पुरा पुरा pos=i
नारायणम् नारायण pos=n,g=m,c=2,n=s
प्रभुम् प्रभु pos=n,g=m,c=2,n=s