रामायणम् — 6.49.14
Original
Segmented
तेषु संभक्ष्यमाणेषु प्रजा भय-निपीडय् यान्ति स्म शरणम् शक्रम् तम् अपि अर्थम् न्यवेदयन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तेषु | तद् | pos=n,g=n,c=7,n=p |
संभक्ष्यमाणेषु | सम्भक्ष् | pos=va,g=n,c=7,n=p,f=part |
प्रजा | प्रजा | pos=n,g=f,c=1,n=p |
भय | भय | pos=n,comp=y |
निपीडय् | निपीडय् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
यान्ति | या | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
स्म | स्म | pos=i |
शरणम् | शरण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
शक्रम् | शक्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
न्यवेदयन् | निवेदय् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |