रामायणम् — 6.48.49
Original
Segmented
स नाग-भोग-अचल-शृङ्ग-कल्पौ विक्षिप्य बाहू गिरि-शृङ्ग-सारौ विवृत्य वक्त्रम् वडबामुख-आभम् निशाचरो ऽसौ विकृतम् जजृम्भे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नाग | नाग | pos=n,comp=y |
भोग | भोग | pos=n,comp=y |
अचल | अचल | pos=n,comp=y |
शृङ्ग | शृङ्ग | pos=n,comp=y |
कल्पौ | कल्प | pos=a,g=m,c=2,n=d |
विक्षिप्य | विक्षिप् | pos=vi |
बाहू | बाहु | pos=n,g=m,c=2,n=d |
गिरि | गिरि | pos=n,comp=y |
शृङ्ग | शृङ्ग | pos=n,comp=y |
सारौ | सार | pos=n,g=m,c=2,n=d |
विवृत्य | विवृ | pos=vi |
वक्त्रम् | वक्त्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वडबामुख | वडबामुख | pos=n,comp=y |
आभम् | आभ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
निशाचरो | निशाचर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽसौ | अदस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विकृतम् | विकृ | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
जजृम्भे | जृम्भ् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |