रामायणम् — 6.48.45
Original
Segmented
अन्ये च बलिनः तस्य कूटमुद्गर-पाणयः मूर्ध्नि वक्षसि गात्रेषु पातयन् कूटमुद्गरान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अन्ये | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
बलिनः | बलिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कूटमुद्गर | कूटमुद्गर | pos=n,comp=y |
पाणयः | पाणि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
मूर्ध्नि | मूर्धन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
वक्षसि | वक्षस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
गात्रेषु | गात्र | pos=n,g=n,c=7,n=p |
पातयन् | पातय् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
कूटमुद्गरान् | कूटमुद्गर | pos=n,g=m,c=2,n=p |