रामायणम् — 6.47.91
Original
Segmented
दिष्ट्या असि मे राघव दृष्टि-मार्गम् प्राप्तो अन्त-गामी विपरीत-बुद्धिः अस्मिन् क्षणे यास्यसि मृत्यु-देशम् संसाद्यमानो मम बाण-जालैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दिष्ट्या | दिष्टि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
राघव | राघव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
दृष्टि | दृष्टि | pos=n,comp=y |
मार्गम् | मार्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्राप्तो | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अन्त | अन्त | pos=n,comp=y |
गामी | गामिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
विपरीत | विपरीत | pos=a,comp=y |
बुद्धिः | बुद्धि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अस्मिन् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
क्षणे | क्षण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
यास्यसि | या | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
मृत्यु | मृत्यु | pos=n,comp=y |
देशम् | देश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
संसाद्यमानो | संसादय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
बाण | बाण | pos=n,comp=y |
जालैः | जाल | pos=n,g=n,c=3,n=p |