रामायणम् — 6.47.8
Original
Segmented
स शङ्ख-भेरी-पटह-प्रणादैः आस्फोटय्-क्ष्विड्-सिंहनादैः पुण्यैः स्तवैः च अपि अभिपूजय् तदा ययौ राक्षस-राज-मुख्यः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शङ्ख | शङ्ख | pos=n,comp=y |
भेरी | भेरी | pos=n,comp=y |
पटह | पटह | pos=n,comp=y |
प्रणादैः | प्रणाद | pos=n,g=m,c=3,n=p |
आस्फोटय् | आस्फोटय् | pos=va,comp=y,f=part |
क्ष्विड् | क्ष्विड् | pos=va,comp=y,f=part |
सिंहनादैः | सिंहनाद | pos=n,g=m,c=3,n=p |
पुण्यैः | पुण्य | pos=a,g=m,c=3,n=p |
स्तवैः | स्तव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
अभिपूजय् | अभिपूजय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तदा | तदा | pos=i |
ययौ | या | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
मुख्यः | मुख्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |