रामायणम् — 6.47.35
Original
Segmented
तत् शैल-शृङ्गम् बहु-वृक्ष-सानुम् प्रगृह्य चिक्षेप निशाचराय तम् आपतन्तम् सहसा समीक्ष्य बिभेद बाणैः तपनीय-पुङ्खैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
शैल | शैल | pos=n,comp=y |
शृङ्गम् | शृङ्ग | pos=n,g=n,c=2,n=s |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
वृक्ष | वृक्ष | pos=n,comp=y |
सानुम् | सानु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रगृह्य | प्रग्रह् | pos=vi |
चिक्षेप | क्षिप् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
निशाचराय | निशाचर | pos=n,g=m,c=4,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आपतन्तम् | आपत् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
सहसा | सहस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
समीक्ष्य | समीक्ष् | pos=vi |
बिभेद | भिद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
बाणैः | बाण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
तपनीय | तपनीय | pos=n,comp=y |
पुङ्खैः | पुङ्ख | pos=n,g=m,c=3,n=p |