रामायणम् — 6.47.22
Original
Segmented
यः च एष चाप-असि-शर-ओघ-जुष्टम् पताकिनम् पावक-दीप्त-रूपम् रथम् समास्थाय विभाति उदग्रः नरान्तको ऽसौ नग-शृङ्ग-योधी
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
चाप | चाप | pos=n,comp=y |
असि | असि | pos=n,comp=y |
शर | शर | pos=n,comp=y |
ओघ | ओघ | pos=n,comp=y |
जुष्टम् | जुष् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
पताकिनम् | पताकिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
पावक | पावक | pos=n,comp=y |
दीप्त | दीप् | pos=va,comp=y,f=part |
रूपम् | रूप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
रथम् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समास्थाय | समास्था | pos=vi |
विभाति | विभा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
उदग्रः | उदग्र | pos=a,g=m,c=1,n=s |
नरान्तको | नरान्तक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽसौ | अदस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नग | नग | pos=n,comp=y |
शृङ्ग | शृङ्ग | pos=n,comp=y |
योधी | योधिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |