रामायणम् — 6.46.21
Original
Segmented
आवर्त इव संजज्ञे उभयोः सेनयोः तदा क्षुब्धस्य अप्रमेयस्य सागरस्य इव निस्वनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आवर्त | आवर्त | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
संजज्ञे | संजन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
उभयोः | उभय | pos=a,g=f,c=7,n=d |
सेनयोः | सेना | pos=n,g=f,c=7,n=d |
तदा | तदा | pos=i |
क्षुब्धस्य | क्षुभ् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
अप्रमेयस्य | अप्रमेय | pos=a,g=m,c=6,n=s |
सागरस्य | सागर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
इव | इव | pos=i |
निस्वनः | निस्वन | pos=n,g=m,c=1,n=s |