रामायणम् — 6.45.15
Original
Segmented
सो ऽहम् दानैः च मानेभिः च सततम् पूजितः त्वया सान्त्वैः च विविधैः काले किम् न कुर्याम् प्रियम् तव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
दानैः | दान | pos=n,g=n,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
मानेभिः | मान | pos=n,g=m,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
सततम् | सततम् | pos=i |
पूजितः | पूजय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
सान्त्वैः | सान्त्व | pos=n,g=n,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
विविधैः | विविध | pos=a,g=n,c=3,n=p |
काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
कुर्याम् | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |