रामायणम् — 6.44.35
Original
Segmented
सो ऽपि प्रहृष्टः तान् सर्वान् हरीन् सम्प्रत्यपूजयत् हनूमान् सत्त्व-सम्पन्नः यथार्हम् अनुकूलतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
प्रहृष्टः | प्रहृष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
हरीन् | हरि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सम्प्रत्यपूजयत् | सम्प्रतिपूजय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
हनूमान् | हनुमन्त् | pos=n,g=,c=1,n=s |
सत्त्व | सत्त्व | pos=n,comp=y |
सम्पन्नः | सम्पद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
यथार्हम् | यथार्ह | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अनुकूलतः | अनुकूल | pos=a,g=n,c=5,n=s |