रामायणम् — 6.44.21
Original
Segmented
तम् गृहीत्वा महा-स्कन्धम् सो ऽश्वकर्णम् महा-द्युतिः प्रहस्य परया प्रीत्या भ्रामयामास संयुगे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
गृहीत्वा | ग्रह् | pos=vi |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
स्कन्धम् | स्कन्ध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽश्वकर्णम् | अश्वकर्ण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
द्युतिः | द्युति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रहस्य | प्रहस् | pos=vi |
परया | पर | pos=n,g=f,c=3,n=s |
प्रीत्या | प्रीति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
भ्रामयामास | भ्रामय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
संयुगे | संयुग | pos=n,g=n,c=7,n=s |