रामायणम् — 6.44.15
Original
Segmented
आत्मानम् तु अप्रहरणम् ज्ञात्वा क्रोध-समन्वितः शैलम् उत्पाटयामास वेगेन हरि-पुंगवः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
अप्रहरणम् | अप्रहरण | pos=a,g=m,c=2,n=s |
ज्ञात्वा | ज्ञा | pos=vi |
क्रोध | क्रोध | pos=n,comp=y |
समन्वितः | समन्वित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
शैलम् | शैल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उत्पाटयामास | उत्पाटय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
वेगेन | वेग | pos=n,g=m,c=3,n=s |
हरि | हरि | pos=n,comp=y |
पुंगवः | पुंगव | pos=n,g=m,c=1,n=s |