रामायणम् — 6.43.6
Original
Segmented
तस्य निधावमानस्य संरब्धस्य युयुत्सया अकस्माद् दैन्यम् आगच्छत् हयानाम् रथ-वाहिन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
निधावमानस्य | निधाव् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
संरब्धस्य | संरभ् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
युयुत्सया | युयुत्सा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
अकस्माद् | अकस्मात् | pos=i |
दैन्यम् | दैन्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
आगच्छत् | आगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
हयानाम् | हय | pos=n,g=m,c=6,n=p |
रथ | रथ | pos=n,comp=y |
वाहिन् | वाहिन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |