रामायणम् — 6.42.34
Original
Segmented
ताडितः स तया तत्र गदया भीम-रूपया स कपिः मारुत-बलः तम् प्रहारम् अचिन्तयन् धूम्राक्षस्य शिरः-मध्ये गिरि-शृङ्गम् अपातयत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ताडितः | ताडय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तया | तद् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
तत्र | तृ | pos=v,p=2,n=p,l=lit |
गदया | गदा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
भीम | भीम | pos=a,comp=y |
रूपया | रूप | pos=n,g=f,c=3,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कपिः | कपि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मारुत | मारुत | pos=n,comp=y |
बलः | बल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रहारम् | प्रहार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अचिन्तयन् | अचिन्तयत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
धूम्राक्षस्य | धूम्राक्ष | pos=n,g=m,c=6,n=s |
शिरः | शिरस् | pos=n,comp=y |
मध्ये | मध्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
गिरि | गिरि | pos=n,comp=y |
शृङ्गम् | शृङ्ग | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अपातयत् | पातय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |