रामायणम् — 6.41.21
Original
Segmented
अभिनिष्क्रम्य तत् द्वारम् बलाध्यक्षम् उवाच ह त्वरयस्व बलम् तूर्णम् किम् चिरेण युयुत्सतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अभिनिष्क्रम्य | अभिनिष्क्रम् | pos=vi |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
द्वारम् | द्वार | pos=n,g=n,c=2,n=s |
बलाध्यक्षम् | बलाध्यक्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ह | ह | pos=i |
त्वरयस्व | त्वरय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
बलम् | बल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तूर्णम् | तूर्णम् | pos=i |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
चिरेण | चिर | pos=a,g=n,c=3,n=s |
युयुत्सतः | युयुत्स् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |