रामायणम् — 6.40.61
Original
Segmented
ततो भेरीः समाजघ्नुः मृदङ्गान् च व्यनादयन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततो | ततस् | pos=i |
भेरीः | भेरी | pos=n,g=f,c=2,n=p |
समाजघ्नुः | समाहन् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
मृदङ्गान् | मृदङ्ग | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
व्यनादयन् | विनादय् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |