रामायणम् — 6.4.88
Original
Segmented
ददृशुः ते महात्मानो वात-आहन्-जलाशयम् भ्रान्त-ऊर्मि-जल-संनादम् प्रलोलम् इव सागरम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ददृशुः | दृश् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
महात्मानो | महात्मन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
वात | वात | pos=n,comp=y |
आहन् | आहन् | pos=va,comp=y,f=part |
जलाशयम् | जलाशय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
भ्रान्त | भ्रम् | pos=va,comp=y,f=part |
ऊर्मि | ऊर्मि | pos=n,comp=y |
जल | जल | pos=n,comp=y |
संनादम् | संनाद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रलोलम् | प्रलोल | pos=a,g=m,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
सागरम् | सागर | pos=n,g=m,c=2,n=s |