रामायणम् — 6.4.37
Original
Segmented
कपिभ्याम् उह्यमानौ तौ शुशुभते नर-ऋषभौ महद्भ्याम् इव संस्पृष्टौ ग्राहाभ्याम् चन्द्र-भास्करौ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कपिभ्याम् | कपि | pos=n,g=m,c=3,n=d |
उह्यमानौ | वह् | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
तौ | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
शुशुभते | शुभ् | pos=v,p=3,n=d,l=lit |
नर | नर | pos=n,comp=y |
ऋषभौ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=1,n=d |
महद्भ्याम् | महत् | pos=a,g=m,c=3,n=d |
इव | इव | pos=i |
संस्पृष्टौ | संस्पृश् | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
ग्राहाभ्याम् | ग्राह | pos=n,g=m,c=3,n=d |
चन्द्र | चन्द्र | pos=n,comp=y |
भास्करौ | भास्कर | pos=n,g=m,c=1,n=d |