Original

अनृतं नोक्तपूर्वं मे न च वक्ष्ये कदाचन ।चारित्रसुखशीलत्वात्प्रविष्टासि मनो मम ॥ २९ ॥

Segmented

अनृतम् न उक्त-पूर्वम् मे न च वक्ष्ये कदाचन चारित्र-सुख-शील-त्वात् प्रविष्टा असि मनो मम

Analysis

Word Lemma Parse
अनृतम् अनृत pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
उक्त वच् pos=va,comp=y,f=part
पूर्वम् पूर्व pos=n,g=n,c=1,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
pos=i
pos=i
वक्ष्ये वच् pos=v,p=1,n=s,l=lrt
कदाचन कदाचन pos=i
चारित्र चारित्र pos=n,comp=y
सुख सुख pos=n,comp=y
शील शील pos=n,comp=y
त्वात् त्व pos=n,g=n,c=5,n=s
प्रविष्टा प्रविश् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
असि अस् pos=v,p=2,n=s,l=lat
मनो मनस् pos=n,g=n,c=2,n=s
मम मद् pos=n,g=,c=6,n=s