रामायणम् — 6.36.42
Original
Segmented
उपाघ्राय स मूर्ध्नि एनम् पप्रच्छ प्रीत-मानसः पृच्छते च यथावृत्तम् पित्रे सर्वम् न्यवेदयत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
उपाघ्राय | उपाघ्रा | pos=vi |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मूर्ध्नि | मूर्धन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
एनम् | एनद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पप्रच्छ | प्रच्छ् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
प्रीत | प्री | pos=va,comp=y,f=part |
मानसः | मानस | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पृच्छते | प्रच्छ् | pos=va,g=m,c=4,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
यथावृत्तम् | यथावृत्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
पित्रे | पितृ | pos=n,g=m,c=4,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
न्यवेदयत् | निवेदय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |