रामायणम् — 6.36.37
Original
Segmented
माम् तु दृष्ट्वा प्रधावन्तम् अनीकम् सम्प्रहर्षितुम् त्यजन्तु हरयः त्रासम् भुक्त-पूर्वाम् इव स्रजम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
प्रधावन्तम् | प्रधाव् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
अनीकम् | अनीक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सम्प्रहर्षितुम् | सम्प्रहृष् | pos=vi |
त्यजन्तु | त्यज् | pos=v,p=3,n=p,l=lot |
हरयः | हरि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
त्रासम् | त्रास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
भुक्त | भुज् | pos=va,comp=y,f=part |
पूर्वाम् | पूर्व | pos=n,g=f,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
स्रजम् | स्रज् | pos=n,g=f,c=2,n=s |