रामायणम् — 6.36.32
Original
Segmented
तस्माद् उत्सृज्य वैक्लव्यम् सर्व-कार्य-विनाशनम् हितम् राम-पुरोगानाम् सैन्यानाम् अनुचिन्त्यताम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्माद् | तस्मात् | pos=i |
उत्सृज्य | उत्सृज् | pos=vi |
वैक्लव्यम् | वैक्लव्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
कार्य | कार्य | pos=n,comp=y |
विनाशनम् | विनाशन | pos=a,g=n,c=2,n=s |
हितम् | हित | pos=n,g=n,c=1,n=s |
राम | राम | pos=n,comp=y |
पुरोगानाम् | पुरोग | pos=a,g=n,c=6,n=p |
सैन्यानाम् | सैन्य | pos=n,g=n,c=6,n=p |
अनुचिन्त्यताम् | अनुचिन्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |