रामायणम् — 6.35.20
Original
Segmented
न हि अविद्धम् तयोः गात्रम् बभूव अङ्गुलम् अन्तरम् न अनिर्भिन्नम् न च अस्तब्धम् कर-अग्रात् कराग्राद्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
अविद्धम् | अविद्ध | pos=a,g=n,c=1,n=s |
तयोः | तद् | pos=n,g=n,c=6,n=d |
गात्रम् | गात्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
बभूव | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अङ्गुलम् | अङ्गुल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अन्तरम् | अन्तर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
अनिर्भिन्नम् | अनिर्भिन्न | pos=a,g=n,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
अस्तब्धम् | अस्तब्ध | pos=a,g=n,c=1,n=s |
कर | कर | pos=n,comp=y |
अग्रात् | अग्र | pos=n,g=n,c=5,n=s |
कराग्राद् | अजिह्मग | pos=n,g=m,c=3,n=p |