रामायणम् — 6.34.27
Original
Segmented
अङ्गदः तु रणे शत्रुम् निहन्तुम् समुपस्थितः रावणेः निजघान आशु सारथिम् च हयान् अपि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अङ्गदः | अङ्गद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
शत्रुम् | शत्रु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
निहन्तुम् | निहन् | pos=vi |
समुपस्थितः | समुपस्था | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
रावणेः | रावणि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
निजघान | निहन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
आशु | आशु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
सारथिम् | सारथि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
हयान् | हय | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अपि | अपि | pos=i |