रामायणम् — 6.31.86
Original
Segmented
तस्मिन् महा-भीषणके प्रवृत्ते कोलाहले राक्षस-राजधान्याम् प्रगृह्य रक्षांसि महा-आयुधानि युगान्त-वाताः इव संविचेरुः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
भीषणके | भीषणक | pos=a,g=m,c=7,n=s |
प्रवृत्ते | प्रवृत् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
कोलाहले | कोलाहल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
राजधान्याम् | राजधानी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
प्रगृह्य | प्रग्रह् | pos=vi |
रक्षांसि | रक्षस् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
आयुधानि | आयुध | pos=n,g=n,c=2,n=p |
युगान्त | युगान्त | pos=n,comp=y |
वाताः | वात | pos=n,g=m,c=1,n=p |
इव | इव | pos=i |
संविचेरुः | संविचर् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |