रामायणम् — 6.31.7
Original
Segmented
आदित्यम् अभिवाश्यन्ते जनयन्तो महद् भयम् दीना दीन-स्वराः घोरा अप्रशस्ता मृग-द्विजाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आदित्यम् | आदित्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अभिवाश्यन्ते | अभिवाश् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
जनयन्तो | जनय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
महद् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
भयम् | भय | pos=n,g=n,c=2,n=s |
दीना | दीन | pos=a,g=m,c=1,n=p |
दीन | दीन | pos=a,comp=y |
स्वराः | स्वर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
घोरा | घोर | pos=a,g=m,c=1,n=p |
अप्रशस्ता | अप्रशस्त | pos=a,g=m,c=1,n=p |
मृग | मृग | pos=n,comp=y |
द्विजाः | द्विज | pos=n,g=m,c=1,n=p |