Original

तद्रामवचनं सर्वमन्यूनाधिकमुत्तमम् ।सामात्यं श्रावयामास निवेद्यात्मानमात्मना ॥ ६५ ॥

Segmented

तद् राम-वचनम् सर्वम् अन्यून-अधिकम् उत्तमम् स अमात्यम् श्रावयामास निवेद्य आत्मानम् आत्मना

Analysis

Word Lemma Parse
तद् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
राम राम pos=n,comp=y
वचनम् वचन pos=n,g=n,c=2,n=s
सर्वम् सर्व pos=n,g=n,c=2,n=s
अन्यून अन्यून pos=a,comp=y
अधिकम् अधिक pos=a,g=n,c=2,n=s
उत्तमम् उत्तम pos=a,g=n,c=2,n=s
pos=i
अमात्यम् अमात्य pos=n,g=m,c=2,n=s
श्रावयामास श्रावय् pos=v,p=3,n=s,l=lit
निवेद्य निवेदय् pos=vi
आत्मानम् आत्मन् pos=n,g=m,c=2,n=s
आत्मना आत्मन् pos=n,g=m,c=3,n=s