रामायणम् — 6.31.41
Original
Segmented
शतम् शत-सहस्रानाम् पृथग् ऋक्ष-वनौकस् लङ्का-द्वाराणि उपाजग्मुः अन्ये योद्धुम् समन्ततः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शतम् | शत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
शत | शत | pos=n,comp=y |
सहस्रानाम् | सहस्र | pos=n,g=m,c=6,n=p |
पृथग् | पृथक् | pos=i |
ऋक्ष | ऋक्ष | pos=n,comp=y |
वनौकस् | वनौकस् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
लङ्का | लङ्का | pos=n,comp=y |
द्वाराणि | द्वार | pos=n,g=n,c=2,n=p |
उपाजग्मुः | उपागम् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
अन्ये | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
योद्धुम् | युध् | pos=vi |
समन्ततः | समन्ततः | pos=i |