Original

कति दुर्गाणि दुर्गाया लङ्कायास्तद्ब्रवीहि मे ।ज्ञातुमिच्छामि तत्सर्वं दर्शनादिव वानर ॥ ३ ॥

Segmented

कति दुर्गाणि दुर्गाया लङ्कायाः तत् ब्रवीहि मे ज्ञातुम् इच्छामि तत् सर्वम् दर्शनाद् इव वानर

Analysis

Word Lemma Parse
कति कति pos=i
दुर्गाणि दुर्ग pos=n,g=n,c=1,n=p
दुर्गाया दुर्ग pos=a,g=f,c=6,n=s
लङ्कायाः लङ्का pos=n,g=f,c=6,n=s
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
ब्रवीहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
मे मद् pos=n,g=,c=4,n=s
ज्ञातुम् ज्ञा pos=vi
इच्छामि इष् pos=v,p=1,n=s,l=lat
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
सर्वम् सर्व pos=n,g=n,c=2,n=s
दर्शनाद् दर्शन pos=n,g=n,c=5,n=s
इव इव pos=i
वानर वानर pos=n,g=m,c=8,n=s