रामायणम् — 6.28.6
Original
Segmented
तथा तेषु ब्रुवाणेषु रावण-अवरजः ऽब्रवीत् वाक्यम् अग्राम्य-पद-वत् पुष्कल-अर्थम् विभीषणः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तथा | तथा | pos=i |
तेषु | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
ब्रुवाणेषु | ब्रू | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
रावण | रावण | pos=n,comp=y |
अवरजः | अवरज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अग्राम्य | अग्राम्य | pos=a,comp=y |
पद | पद | pos=n,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |
पुष्कल | पुष्कल | pos=a,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विभीषणः | विभीषण | pos=n,g=m,c=1,n=s |