रामायणम् — 6.27.19
Original
Segmented
उत्तरस्याम् पुर-द्वारि व्यादिश्य शुक-सारणौ स्वयम् च अत्र भविष्यामि मन्त्रिणः तान् उवाच ह
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
उत्तरस्याम् | उत्तर | pos=a,g=f,c=7,n=s |
पुर | पुर | pos=n,comp=y |
द्वारि | द्वार् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
व्यादिश्य | व्यादिश् | pos=vi |
शुक | शुक | pos=n,comp=y |
सारणौ | सारण | pos=n,g=m,c=2,n=d |
स्वयम् | स्वयम् | pos=i |
च | च | pos=i |
अत्र | अत्र | pos=i |
भविष्यामि | भू | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
मन्त्रिणः | मन्त्रिन् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ह | ह | pos=i |