रामायणम् — 6.26.14
Original
Segmented
तत् त्वया चरता लोकान् धर्मो विनिहतो महान् अधर्मः प्रगृहीतः च तेन अस्मत् बलिनः परे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
चरता | चर् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
लोकान् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
धर्मो | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विनिहतो | विनिहन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
महान् | महत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
अधर्मः | अधर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रगृहीतः | प्रग्रह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अस्मत् | मद् | pos=n,g=,c=5,n=p |
बलिनः | बलिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
परे | पर | pos=n,g=m,c=1,n=p |