रामायणम् — 6.25.28
Original
Segmented
श्रुत्वा तु तम् वानर-सैन्य-शब्दम् लङ्का-गताः राक्षस-राज-भृत्याः नष्ट-ओजसः दैन्य-परीत-चेष्टाः श्रेयो न पश्यन्ति नृपस्य दोषैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
तु | तु | pos=i |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वानर | वानर | pos=n,comp=y |
सैन्य | सैन्य | pos=n,comp=y |
शब्दम् | शब्द | pos=n,g=m,c=2,n=s |
लङ्का | लङ्का | pos=n,comp=y |
गताः | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
भृत्याः | भृत्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
नष्ट | नश् | pos=va,comp=y,f=part |
ओजसः | ओजस् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
दैन्य | दैन्य | pos=n,comp=y |
परीत | परी | pos=va,comp=y,f=part |
चेष्टाः | चेष्टा | pos=n,g=m,c=1,n=p |
श्रेयो | श्रेयस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
पश्यन्ति | दृश् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
नृपस्य | नृप | pos=n,g=m,c=6,n=s |
दोषैः | दोष | pos=n,g=m,c=3,n=p |