रामायणम् — 6.25.20
Original
Segmented
जनन्या राक्षस-इन्द्रः वै त्वद्-मोक्ष-अर्थम् बृहत्-वचः अविद्धेन च वैदेहि मन्त्रि-वृद्धेन बोधितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जनन्या | जननी | pos=n,g=f,c=3,n=s |
राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
इन्द्रः | इन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वै | वै | pos=i |
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
मोक्ष | मोक्ष | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=n,c=2,n=s |
बृहत् | बृहत् | pos=a,comp=y |
वचः | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अविद्धेन | अविद्ध | pos=a,g=m,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
वैदेहि | वैदेही | pos=n,g=f,c=8,n=s |
मन्त्रि | मन्त्रिन् | pos=n,comp=y |
वृद्धेन | वृद्ध | pos=n,g=m,c=3,n=s |
बोधितः | बोधय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |