रामायणम् — 6.24.36
Original
Segmented
गिरि-वरम् अभितो ऽनुवर्तमानो हय इव मण्डलम् आशु यः करोति तम् इह शरणम् अभ्युपेहि देवि दिवसकरम् प्रभवो हि अयम् प्रजानाम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
गिरि | गिरि | pos=n,comp=y |
वरम् | वर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
अभितो | अभितस् | pos=i |
ऽनुवर्तमानो | अनुवृत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
हय | हय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
मण्डलम् | मण्डल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आशु | आशु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
करोति | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इह | इह | pos=i |
शरणम् | शरण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अभ्युपेहि | अभ्युपे | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
देवि | देवी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
दिवसकरम् | दिवसकर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रभवो | प्रभव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रजानाम् | प्रजा | pos=n,g=f,c=6,n=p |