रामायणम् — 6.24.34
Original
Segmented
रावणम् समरे हत्वा नचिराद् एव मैथिलि त्वया समग्रम् प्रियया सुख-अर्हः लप्स्यते सुखम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
रावणम् | रावण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
हत्वा | हन् | pos=vi |
नचिराद् | नचिर | pos=a,g=n,c=5,n=s |
एव | एव | pos=i |
मैथिलि | मैथिली | pos=n,g=f,c=8,n=s |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
समग्रम् | समग्र | pos=a,g=n,c=2,n=s |
प्रियया | प्रिय | pos=a,g=f,c=3,n=s |
सुख | सुख | pos=n,comp=y |
अर्हः | अर्ह | pos=a,g=m,c=1,n=s |
लप्स्यते | लभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |