रामायणम् — 6.23.29
Original
Segmented
शिरसा मे शिरः च अस्य कायम् कायेन योजय रावणैः अनुगमिष्यामि गतिम् भर्तुः महात्मनः मुहूर्तम् अपि न इच्छामि जीवितुम् पाप-जीविना
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शिरसा | शिरस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
शिरः | शिरस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कायम् | काय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कायेन | काय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
योजय | योजय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
रावणैः | रावण | pos=n,g=m,c=8,n=s |
अनुगमिष्यामि | अनुगम् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
गतिम् | गति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
भर्तुः | भर्तृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
महात्मनः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
मुहूर्तम् | मुहूर्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
न | न | pos=i |
इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
जीवितुम् | जीव् | pos=vi |
पाप | पाप | pos=a,comp=y |
जीविना | जीविन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |