रामायणम् — 6.22.8
Original
Segmented
शिरो माया-मयम् गृह्य राघवस्य निशाचर माम् त्वम् समुपतिष्ठस्व महत् च स शरम् धनुः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शिरो | शिरस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
माया | माया | pos=n,comp=y |
मयम् | मय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
गृह्य | ग्रह् | pos=vi |
राघवस्य | राघव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
निशाचर | निशाचर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
समुपतिष्ठस्व | समुपस्था | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
स | स | pos=i |
शरम् | शर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
धनुः | धनुस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |