रामायणम् — 6.22.30
Original
Segmented
हरयो मथिता नागै रथ-जालैः तथा अपरे शायिता मृदिताः तत्र वायु-वेगैः इव अम्बुदाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
हरयो | हरि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
मथिता | मथ् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
नागै | नाग | pos=n,g=m,c=3,n=p |
रथ | रथ | pos=n,comp=y |
जालैः | जाल | pos=n,g=n,c=3,n=p |
तथा | तथा | pos=i |
अपरे | अपर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
शायिता | शायय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
मृदिताः | मृद् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
तत्र | तत्र | pos=i |
वायु | वायु | pos=n,comp=y |
वेगैः | वेग | pos=n,g=m,c=3,n=p |
इव | इव | pos=i |
अम्बुदाः | अम्बुद | pos=n,g=m,c=1,n=p |