रामायणम् — 6.20.3
Original
Segmented
किंचिद् आविज्-हृदयः जात-क्रोधः च रावणः भर्त्सयामास तौ वीरौ कथा-अन्ते शुक-सारणौ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आविज् | आविज् | pos=va,comp=y,f=part |
हृदयः | हृदय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जात | जन् | pos=va,comp=y,f=part |
क्रोधः | क्रोध | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
रावणः | रावण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भर्त्सयामास | भर्त्सय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तौ | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
वीरौ | वीर | pos=n,g=m,c=2,n=d |
कथा | कथा | pos=n,comp=y |
अन्ते | अन्त | pos=n,g=m,c=7,n=s |
शुक | शुक | pos=n,comp=y |
सारणौ | सारण | pos=n,g=m,c=2,n=d |