रामायणम् — 6.2.6
Original
Segmented
निरुत्साहस्य दीनस्य शोक-पर्याकुल-आत्मनः सर्व-अर्थाः व्यवसीदन्ति व्यसनम् च अधिगच्छति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
निरुत्साहस्य | निरुत्साह | pos=a,g=m,c=6,n=s |
दीनस्य | दीन | pos=a,g=m,c=6,n=s |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
पर्याकुल | पर्याकुल | pos=a,comp=y |
आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
अर्थाः | अर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
व्यवसीदन्ति | व्यवसद् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
व्यसनम् | व्यसन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
अधिगच्छति | अधिगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |