Original

अचिराद्द्रक्ष्यसे सीतां तीर्त्वा सागरमक्षयम् ।तदलं शोकमालम्ब्य क्रोधमालम्ब भूपते ॥ १७ ॥

Segmented

अचिराद् द्रक्ष्यसे सीताम् तीर्त्वा सागरम् अक्षयम् तद् अलम् शोकम् आलम्ब्य क्रोधम् आलम्ब भूपते

Analysis

Word Lemma Parse
अचिराद् अचिर pos=a,g=n,c=5,n=s
द्रक्ष्यसे दृश् pos=v,p=2,n=s,l=lrt
सीताम् सीता pos=n,g=f,c=2,n=s
तीर्त्वा तृ pos=vi
सागरम् सागर pos=n,g=m,c=2,n=s
अक्षयम् अक्षय pos=a,g=m,c=2,n=s
तद् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
अलम् अलम् pos=i
शोकम् शोक pos=n,g=m,c=2,n=s
आलम्ब्य आलम्ब् pos=vi
क्रोधम् क्रोध pos=n,g=m,c=2,n=s
आलम्ब आलम्ब् pos=v,p=2,n=s,l=lot
भूपते भूपति pos=n,g=m,c=8,n=s