Original

दृष्ट्वा तां हि पुरीं लङ्कां त्रिकूटशिखरे स्थिताम् ।हतं च रावणं युद्धे दर्शनादुपधारय ॥ १० ॥

Segmented

दृष्ट्वा ताम् हि पुरीम् लङ्काम् त्रिकूट-शिखरे स्थिताम् हतम् च रावणम् युद्धे दर्शनाद् उपधारय

Analysis

Word Lemma Parse
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
ताम् तद् pos=n,g=f,c=2,n=s
हि हि pos=i
पुरीम् पुरी pos=n,g=f,c=2,n=s
लङ्काम् लङ्का pos=n,g=f,c=2,n=s
त्रिकूट त्रिकूट pos=n,comp=y
शिखरे शिखर pos=n,g=n,c=7,n=s
स्थिताम् स्था pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
हतम् हन् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
pos=i
रावणम् रावण pos=n,g=m,c=2,n=s
युद्धे युद्ध pos=n,g=n,c=7,n=s
दर्शनाद् दर्शन pos=n,g=n,c=5,n=s
उपधारय उपधारय् pos=v,p=2,n=s,l=lot