रामायणम् — 6.17.31
Original
Segmented
यः तु मेघ इव आकाशम् महान् आवृत्य तिष्ठति मध्ये वानर-वीराणाम् सुराणाम् इव वासवः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
मेघ | मेघ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
आकाशम् | आकाश | pos=n,g=n,c=2,n=s |
महान् | महत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
आवृत्य | आवृ | pos=vi |
तिष्ठति | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
मध्ये | मध्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
वानर | वानर | pos=n,comp=y |
वीराणाम् | वीर | pos=n,g=m,c=6,n=p |
सुराणाम् | सुर | pos=n,g=m,c=6,n=p |
इव | इव | pos=i |
वासवः | वासव | pos=n,g=m,c=1,n=s |